जयपुर। रेजिडेंट्स की सरकार के साथ वार्ता संपन्न हो गई है। अब रेजिडेंट्स की जनरल बॉडी मीटिंग (जीडीएम) होगी जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। बैठक में प्रदेशभर से जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) के अलावा प्रदेश भर से प्रतिनिधि शामिल हुए। लंबे समय से सुरक्षा सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर की मांगों को लेकर सोमवार को चिकित्सा मंत्री और अधिकारियों के साथ वार्ता प्रस्तावित थी।
जार्ड के पदाधिकारियों का पहले ही कहना है अगर वार्ता में कोई हल नहीं निकला तो प्रदेशभर के रेजिडेंट चिकित्सक मंगलवार से हड़ताल पर जाएंगे। जार्ड अध्यक्ष अजीत बागड़ा ने बताया कि इससे पहले रेजिडेंट चिकित्सकों की मांगों पर 16 नवंबर को स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के साथ वार्ता हुई थी। तब उनकी मांगों पर समाधान के लिए 15 दिन का समय मांगा था। रेजिडेंट्स की मुख्य मांगों में फीस वृद्धि पर रोक लगाना, एचआरए बढ़ाना तथा पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करना है।
रेजिडेंट्स का कहना है कि सवाईमानसिंह अस्पताल में चिकित्सकों के बाद अब तक भी उचित संख्या में सुरक्षाकर्मी नहीं लगाए जा रहे हैं। अस्पताल में गार्ड की व्यवस्था करने वाली कंपनियां ही टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं कर पा रही हैं। यहां 423 गार्ड की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक महज 300 गार्ड ही ड्यूटी कर रहे हैं।
इससे पहले मारपीट की घटनाओं से परेशान होकर जार्ड की ओर से काम का बहिष्कार किया गया तो अस्पताल प्रशासन ने बाउंसर्स लगा दिए। इसके बाद बाउंसर्स का विरोध हुआ। तो एक ही दिन में बाउंसर्स को हटा दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था के सही करने के आश्वासन के बाद भी जब सिक्योरिटी गार्ड नहीं लगाए गए हैं।
न्यूज व फोटो : संदीप शर्मा